"गूगल प्लस" है "प्लस" या "माइनस" :- अंकुर मिश्र "युगल"



आज "फेसबुक" के नाम और कम से लगभग सभी परिचित होंगे ! यही वो कड़ी जिसने "सोशल" नेटवर्किंग के जरिये खुद के लिए व्यवसाय और लोगो

को जोडने के लिए एक मार्ग तैयार किया !इससे पहले भी अनेक सोशल वेबसाइट्स ने अपने आप को इस पर उतरा लेकिन "फेसबुक" जीतनी

उपलब्धि किसी को नहीं मिली ! फेसबुक के निर्माता "मार्क जुकरवर्ग" की अदुतीय पहल आज विश्व में अपनी अलग ही विरासत रखती है ! इसने ऐसा

"प्लेटफार्म" तैयार किया जहाँ विश्व की प्रत्येक बड़े "व्यक्तित्व", "स्थान", "जगह" व् "तकनीक" से हम अपना संपर्क बना सकते है !महज ६-७ वर्षों में

फेशबुक ने अपनी दुनिया की जनसँख्या ७५ करोण से ऊपर कर ली है! परन्तु जिस फेसबुक ने सभी "सोशल" नेटवर्किंग-साईट को पीछे करते हुए

अपना साम्राज्य स्थापित किया आज उसी को टक्कर देने की लिए सामने आया है दुनिया का सबसे बड़ा "सर्च इंजन" गूगल ! वैसे गूगल "फेसबुक" से

पहले से कार्यरत है और उसने उसने "आर्कुट" एंड "गूगल बज़" जैसी सोशल वेबसाइट्स में अपना हाथ आजमा लिया लेकिन "फेसबुक" ने उन्हें अपना

साम्राज्य स्थापित नहीं करने दिया ! और उसी "गूगल" ने फिर से "फेसबुक" से टक्कर लेने की सोची है ! परन्तु अनेक अकडे कहते है की इस बार

"गूगल" अपनी पिछली गलतियों को संभलकर बाज़ार में उतर रहा है ! इस चेतावनी को "फेसबुक" के जनक "मार्क जुकरवर्ग" ने स्वीकार करते हुए

"फेसबुक" को और अच्छा बनाने हेतु खुद "गूगल" के नए अविष्कार "गूगल प्लस" का निरिक्षण किया है ! इस निरिक्षण का खुलासा "तकनीक से जुडी

साईट " CNET ने किया ! यह तरीका तो अजीब है, और इसका प्रयोग भी "फेसबुक के महानायक ने किया है !
अब देखना यह होगा की फेसबुक और गूगल की इस जंग में कौन अंगे बढता है फेसबुक को अपनी छवि बचानी है और गूगल को पिछली

पराजयो का बदला लेना है ! वैसे देखा जाये तो इस जंग से उपयोगकर्ताओ को फायदा ही होना है उन्हें कुछ न कुछ नयी तकनीक अवश्य मिलेगी !
1996 में खोजे गए गूगल ने भी अपना साम्रज्य विस्तार बहुत ही तेजी से किया है, और आज उसने दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली निशुल्क

"मेलिंग वेबसाइट" Gmail, अपने Operating System गूगल क्रोंम, मोबाइल OS एंड्रायड , ब्लागिंग के लिए Blogger अदि जैसी सुविधाए विष

को प्रदान की है! इन उपलब्धियों को देखते हुए हमें लगता की इस बार "गूगल प्लस" ,"फेसबुक" पर भरी पडने वाला है ! गूगल प्लस के लंच की

खबर सुनते ही सम्पूर्ण विश्व उसे देखने को लालायित है! चलिए हम सब इंतजार करते है और नए अवतार में नये "फीचर" की कल्पना करते है !

2 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

NICE

Dinesh Choudhary ने कहा…

google +, kabhi bhi facebook ko nhi hra payega,