''सत्य और साहित्य'' : 'अंकुर मिश्रा' की हिंदी रचानाएँ (कहानियाँ और कवितायेँ )
ओबामा गए पर एक वास्तविकता दिखा गए !! अंकुर मिश्रा"युगल"
आखिर महीनो से चर्चा में रहनी वाली बराक ओबामा की यात्रा का भारत को फायदा क्या हुआ !वो अपनी नीतियों को लेकर भारत आये थे और उन्होंने यहाँ उन्हें रखा ! हा उन्होंने हमें एक सोच जरुर दी की देश के अंदर कुछ भी हो रहा हो परन्तु राजनीती का मतलब हमेशा "विकास" होना चाहिए !हमने उनकी नीतियों को सुना क्या उन्होंने हमारी नीतियों के बारे में सोचा भी,उन्होंने यहाँ पर अपनी औद्योगिक विरासत सुरु करने की बात कही क्या हमने उनसे अमेरिका में एक दुकान खोलने की भी अनुमति मांगी !यहाँ सोचनीय यही है !
मै वहाँ के नेताओ की तारीफ करता हू की जहा भी जाते ही अपने देश के विकाश के बारे में ही सोचते है ! देखिये एक साथ "राष्ट्रपति" पद का चुनाव लड़ने वाले "बराक ओबामा" और "हिलेरी क्लिंटन" को दोनों विरोधी दलों से है, परन्तु आज दोनों मिलकर देश का नेतृत्व कर रहे है !और अब उनका मुद्दा वो हर जीत नहीं बल्कि देश का विकास है !यहाँ मै अपने देश की कमिय नहीं गिना रहा बल्कि एक सत्य का व्याख्यान कर रहा हू !यदि इस तथ्य पर हम जरा भी सोचते है तो आपको लगेगा यदि हम इसमे जरा भी अमल करे तो हमारा देश विकास के मार्ग पर एक धावक बन सकता है !
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3 टिप्पणियां:
अंकुर बेटा
आशिर्वाद
आपका लेख दो बार पढ़ा और इस निष्कर्ष पर पहुंची
कि हममे एकता नहीं फूट है
इसी फूट पर सिकंदर महान आया , मुग़ल आये.गिर फिरंगी आये
लंका पर जावे तो विभीषण ने भाई का भेद दिया
ना जात पात का भेद जाता है हम जातपात को नहीं मानते मिल कर चलते हैं देश के क़ानून का पालन करते हैं क्या देश में कोई योग्य नेता नहीं रोम माता के इशारों पर देश की राजनीती चल रही है
चिकागो से गुड्डो दादी
'
धन्यवाद दादी जी अप इसी तरह आशीर्वाद बनायें रखे!!!!!
सभी पाठकों से निवेदन है की अपने विचारों को तप्पनी स्वरुप प्रदान करते रहे !!!!
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